Top 10 Accounting Terminology in Hindi|Part-1
Accounting terminology in Hindi |
Capital (पूँजी )
उस धनराशि या माल को पूँजी कहा जाता है जिसे व्यवसाय का स्वामी व्यवसाय में धन लगाता है। इसी राशि से व्यवसाय प्रारम्भ किया जाता है।
Fixed Capital (स्थिर पूँजी)
स्थिर सम्पत्तियों को प्राप्त करने के लिए जो धनराशि व्यापार में लगायी जाती हँ, यह स्थिर पूँजी कहलाती है । जैसे- प्लान्ट का लय, भूमि का क्रय आदि ।Working Capital (कार्यशील पँजी)
पूँजी का वह भाग जो व्यवसाय के दैनिक कार्यो के लिए इस्तेमाल होता हैं, कार्यशील पूँजी कहलाता है। चालू सम्पत्तियो का चालू दायित्वों पर अधिक्य कार्यशील पूँजी कहलाता है ।Liabilities (दायित्व )
वह धन जो व्यवसाय है दूसरो को देना है, दायित्व कहलाता हैं। जैसै- लेनदार, देयविल (Payable), ऋण (Loan) आदि । इस प्रकार दायित्व देयताएं है, जो लेनदारों को भविष्य में देय हैं।
"दूसरे शब्दों में, ये ऐसी वितीय देनदारियों है जिनमें स्वामी का कोष सम्मिलित नहीं होता हैं ।
Current Liabilities (चालू दायित्व)
ऐसे दायित्व जिनका भुगतान अल्प अवधि (एक बर्ष के अन्दर) में होता है । जैस- अधिविलर्व, व्यापारिक लेनदार, देयविपत्र, अदत्त व्यय आदि।
Fixed Liabilities (स्थायी दायित्व)
ऐसे दायित्व जिनका भुगतान लम्बी अवधि के बाद किया जाना हो। जैसै- पूँजी (Capital), दीर्घकालीन ऋण (Long term loan)।
Internal Liabilities(आन्तरिक दायित्व)
आन्तस्कि दायित्व वे है जो स्वामीकोष (Owner's fund) में सम्मिलित होते है । यह अंशधारियों (Shareholders) को देय (payable) होता हैं।
जैसै- पूँजी, संचय (Accumulation), लाभ हानि (Cr) आदि।
जैसै- पूँजी, संचय (Accumulation), लाभ हानि (Cr) आदि।
External Liabilities (बाह्य दायित्व)
बाह्य दायित्व वे है जो बाह्य (External) की देय होता हैं । ये उपक्रम में सम्बंधित अंशधारी या स्वामी नहीं होते है। जैसे- दीर्घ व अल्पकालीन ऋण, लेनदार, देयविल, अदत्तव्यय, अधिविकर्ष, आदि।
Expenses (व्यय )
व्यवसाय के संचालन के लिए तथा आगम future प्राप्तियों के लिए प्रयाग की जान वाली लागत को व्यय कहते है। व्यय, वस्तु एवं सेवाओ दोनों के लिए एक भुगतान है।
जैसे- बिक्री लागत, वेतन, किराया, कमीशन, व्याज, हरास आदि।
Income (आय)
आगम (Future) मैं व्यय घटाने पर जो शेष बचता है उसे आय कहते है। Income= Future-Expenses ।