Chapter:2 What is Accounting - काउंटिंग क्या है?
दोस्तों Accounting वर्ड बहुत छोटा है लेकिन इसका complete course बहुत बडा होता है जो Commerce background के है वो अच्छे से जानते है accounting के बारे मे फिर भी नही जानते है उनको Accounting का Sort introduction दे देता हुं। Accounting 11 class से सुरु हो जाती है जब हम Commerce subject को chose करते है। 2 साल लगते है commerce subject को complete करने मे उसके बाद में B.com जिसे complete करने मे 3 साल लगते है, उसके बाद m.com जिसे complete करने में 2 साल लग जाते है और इसके बाद भी accounting जो है वो खत्म नही होती है।
तो हमारे पास इतना समय नही है तो हमे इसी पोस्ट मे Accounting को समझना है। अब Tally ERP9 मे जो Accounting हमारे काम आयेगी हम उसी को समझेंगे तो आइए सुरु करते है।
Accounting = लेखांकन
Accounting का हिंदी अर्थ होता है “लेखांकन” और लेखांकन को वर्ड से मिलकर बना है लेखा + अंकन जिसमे लेखा का अर्थ “लिखना” होता है और अंकन का अर्थ “अंक” से होता है। अर्थात लेखांकन का मतलब होता है अंकों को लिखना।
अब Tally ERP9 में किन अंकों को लिखा जाएगा इसको समझ लेते है। फिलहाल हमे इतनी छोटी सी बात समझनी है। किसी भी व्यापार में होने वाले लेन-देन को Tally ERP9 में Record किया जाता है और यही हमारी टैली में accounting होगी। और जैसे-जैसे हम आगे बढते जाएगे हमारा लेवल बढ़ता जाएगा तो फिलहाल इतना जान लीजिए कि एक व्यक्ति व्यापार मे लेन-देन होता है उसे आप Tally ERP9 Record करना पड़ता है और
इसके अलावा भी बहुत सी चीजे होती है तो इन सब लेन-देन को Tally ERP9 में Record करन पड़ता है और इन्ही अंकों को record करके Tally ERP9 में Accounting का काम किया जाता है।
Tally में Accounting का कार्य करना बहुत ही आसान है बस हमें टैली में इन लेन-देन को Record करना सीखना है जो हम आगे चल कर सीखेंगे और बाकी कि Report अपने आप तैयार हो जाती है।
दोस्तों हमे आशा है कि आप को समझ आ गया होगा और समझ नही आया हो तो Facebook, Instagram, Twitter, Pinterest और Telegram पर comment करके पूछ सकते है।
एक व्यापार मे किस तरह के लेन देन होते है यह भी आप को बता देता हुं?
- Purchase: कितना माल ख़रीदा।
- Sales: कितना माल बेचा।
- Payment: किसको कितना payment किया।
- Receipt: किससे कितना payment आया।
- Creditor: हमसे कितने लोग रुपये मांगते है।
- Debtors: हम किन लोगो से कितने रुपये मांगते है।
- Profit & loss: कितना प्रॉफिट या कितना लॉस हुआ।
- Stock: अपने पास कितने माल का stock है।
- Expenses: कितने खर्चे हुए।
- Income: कितनी इनकम हुई।
इसके अलावा भी बहुत सी चीजे होती है तो इन सब लेन-देन को Tally ERP9 में Record करन पड़ता है और इन्ही अंकों को record करके Tally ERP9 में Accounting का काम किया जाता है।
Tally में Accounting का कार्य करना बहुत ही आसान है बस हमें टैली में इन लेन-देन को Record करना सीखना है जो हम आगे चल कर सीखेंगे और बाकी कि Report अपने आप तैयार हो जाती है।
दोस्तों हमे आशा है कि आप को समझ आ गया होगा और समझ नही आया हो तो Facebook, Instagram, Twitter, Pinterest और Telegram पर comment करके पूछ सकते है।