आज हम जिस Group को discuss करेंगे वो है। Branch/Division और Branch / Division में कौन-कौन से लेजर आता है।
Branch Division |
इस Group को वहा पर काम में लिया आता है। जहा पर किसी कम्पनी की अलग-अलग जहग पर दो या दो से अधिक Branches होती है।
Example
एक कम्पनी है आप Aditya Traders का Account Maintain करते है। इसका Main Head Office Jaunpur में है।
इसकी दो Branches है। Aditya Traders (Allahabad) और Aditya Traders (Varanasi). Head Office में जो भी काम करेगा उसको टैली में दो Branches बनानी पड़ेगी क्यों की Allahabad और Varanasi Branch मे जो भी पैसा आयेगा या इन दोनो Branches से पैसा जाएगा।
वो Jaunpur Head Office में जायेगा। जयपुर Head Office में ये दोनो Branches को Maintain करना पडेगा। तो ये हम बाद में सीखेंगे कि कोई भी Branches को किस तरह Maintain किया जाता है और Entry किस तरह की जाती है।
Branch Division के Group में कौन-कौन से Ledger बनते है?
- एक बार फिर बता देता हु कि जहा पर भी Head Office है। वहा पर टैली में Branches के Ledger बनाये जाते है और जितनी भी Branches होगी उतनी Branches के Ledger बनाये जा सकते है।
- जैसे- Aditya Traders (Allahabad) & Aditya Traders (Varanasi) इत्यादि. अगर अलग branches है तो अलग Branches के नाम से बनेंगे। और सबका group एक हि आयेगा वो है Branch Division.
- जो बडी-बडी कम्पनीया होती है। उनकी एक से ज्यादा ब्रांच होती हैं| वहां पर इस group का प्रयोग किया जाता है। अगर आप Local Market में काम करते है तो वहा पर Branch Division का प्रयोग नही किया जाता है।
Nature of Branch Division
किसी ब्रांच में जो भी माल पड़ा है जो उधार का पैसा पड़ा है, जो पैसे वहा पर दिये हुये है या वहा पर जो भी सम्पती पड़ी है वो सब Head Office Branch की सम्पती है। और Head Office जिसकी सम्पती है ये सारी सम्पती उसी की है यानि जो कम्पनी का मालिक होगा उसकी सम्पती होगी। तो इस Bases पर Branch Division Group का Nature है वो Assets का होगा।