Introduction, Objective & Basis of Teaching Tally Prime. Parichay, sikhane ka uddeshya aur adhar

Tally Prime के इस सिरिज के आज के अध्याय में हम टैली प्राइम का परिचय देंगे, इसे सिखाने के उद्देश्य, शिक्षण का आधार इत्यादि के बारे में बताएंगे।

Introduction of Tally Prime – टैली प्राइम का परिचय 

किसी भी बिजनेस को ठिक ढंग से चलाने के लिए, उससे लाभ कमाने के लिए यह आअश्यक है कि हम सही तरीके से उसका हिसाब-किताब रखें। 

  • पहले ये काम पहले मनुअल होता था यानि हिसाब बहिखातो में हाथ से लिखे जाते थे। 
  • वर्तमान में Accounting से सम्बंधित पुरा काम Computer की सहायता से हो रहा हैं। साथ ही व्यवसाय से सम्बंधित अधिकतम गतिविधिया भी Computer की सहायता से ही संचालित की जा रही हैं। 
  • पहले हम जब मनुअल अकाउंटिंग कई घंटो या कई दिनो तक करते थे अब वो Computer की सहायता से बिना किसी गलती के कुछ मिनटो में हो जाती हैं। 
  • भारत में GST लागू होने के बाद तो इस क्षेत्र में अपार सम्भावनाये पैदा हो गई हैं। 
  • Computer पर Accounting करने के लिए हमें Accounting Software की मदद लेना होती है और टैली उसी प्रकार का एक Software हैं। 
  •  Tally Software की खास बात ये है कि इस पर काम करना बहोत ही आसान है। भारत और बाहर के कई देशो में ये सबसे ज्यादा लोक प्रिय Accounting Software हैं। 
  • Tally Company ने Accounting को सरल बनाने के उद्देश्य से समय समय पर Accounting Software के नये-नय Version निकाले हैं। 
  • अभी टैली का सबसे Latest Version Tally Prime हैं। टैली प्राइम को काम करने के उद्देश से बहोत ही सरल बनाया गया है और इसमें काम की गती को भी तेजी प्रदान की गई हैं। 
  • इस Series में हम आपको टैली प्राइम पर काम करना सिखाएंगे। 

Objective of Teaching Tally Prime – टैली प्राइम सिखाने का उद्देश्य

  • जो कॉमर्स बैकग्राउंड के या बिना कॉमर्स बैकग्राउंड के व्यकित हैं उनको कम्प्यूटर अकाउंटिंग सीखाना। 
  • रोजगार प्राप्ति में सहायता प्रदान करना। 
  • पहले Manual Accounting होती थी जो लोग सुरु से Manual Accounting करते आये है उनको Computer पर Accounting करना थोड़ा सा कठिन लगता हैं। हालाकि उनको Accounting कैसे करना है ये तो आता है पर Computer Accounting कैसे किया जाए या Tally Software का उपयोग करके Accounting कैसे किया जाये ये नही आता हैं। उनको भी इससे सहायता मिल जाए ये हमारा उद्देश्य हैं। 
  • अगर आपका अपना छोटा-मोटा बिजनेश है तो उसकी अकाउंटिंग स्वयं कर सकते है। 

Basis of Teaching Tally Prime – टैली प्राइम सिखाने का आधार 

यहा हमारा टैली सिखाने का आधार है- 

  • Simplicity (सरलता): हमने कोशिश की है कि टैली को एक सिरे से ना सिखाते हुए जो सरल चिजे वो पहले सिखाई जाए। जैसे- स्कूल में छोटा बच्चा जाता है और उसको ABC….Z लिखना बताया जाता हैं तो सबसे पहले ये ध्यान रखा जाता है कि सुरु में A से लेकर Z तक ना सिखाते हुए जो अक्षर बनाना आसान होते है वो पहले सिखाते हैं। जो कठिन है वो बाद में सिखाये जाते हैं। उसी तरह हमने भी टैली सिखाने का आधार सरलता को रखा हैं। 
  • जो चिजे सरल है वे पहले सिखाई जाए और फिर धीरे-धीरे कठिन की ओर बढा जाए। 
  • Basic Leve (बेसिक लेवल): बेसिक लेवल की कुछ विडियोज में हम आपको बताएंगे की अकाउंटिंग क्या है, इसका बेसिक क्या है, इसके आधार पर काम कैसे किया जाता है और इसके बाद हम टैली पर काम प्रारम्भ करेंगे। जिसमें टैली से सम्बंधित सरल पर आवश्यक जानकारियॉ होंगी। 
  • Intermediate Level (इंटरमीडिएट लेवल): इस लेवल पर अकाउंटिंग के वे सारे काम आ जाएंगे जो कि एक Accountant के तौर पर आपको regularly करना होते हैं। 
  • Advanced Level (अडवांस्ड लेवल): इसमें managerial level पर काम आने वाली जानकारियॉ होंगी। 


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